उसका उतना नाम हुआ है, जो जितना बदनाम हुआ है... इस गीत में भले ही बदनामी और प्रसिद्धि के अंतर को कम किया गया है, लेकिन असल जिंदगी में प्रसिद्धि और बदनामी दोनों में बड़ा ही अंतर है। जिंदगी में आप नाम कमाएंगे या बदनामी के सागर के गोते लगाएंगे। यह बहुत कुछ हाथ की लकीरों पर निर्भर करता है।
हाथ को देखकर लोग जिंदगी से जुड़ी तमाम ऐसी बातें बता देते हैं, जो आम लोगों को हैरान करती हैं, क्योंकि हस्तरेखा विज्ञान से वो चीजें साफ हो जाती हैं। हस्तरेखा विशेषज्ञ हाथों की रेखाओं, पर्वत आदि को देखकर मनुष्य के साथ घटित होने वाली तमाम घटनाओं से पहले ही जागरूक कर देते हैं। साथ ही उनके बचाव भी बताते हैं।
हथेलियों पर क्रॉस का निशान कई बार देखा जाता है, लेकिन हमें मालूम नहीं होता कि इसका मतलब क्या रहता है। क्रॉस का निशान हमारे हाथ में किसी भी पर्वत या किसी भी रेखा पर हो सकता है। हाथ में दिए गए क्रॉस की रेखाओं के प्रभाव भी अलग तरह के होते हैं। यह कुछ स्थानों पर शुभ रहता है। पंडित शिवकुमार शर्मा से जानिए क्या असर डालता है क्रॉस जीवन में।
अलग-अलग पर्वत, अलग-अलग प्रभाव
यदि शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक को लड़ाई में चोट लगती है। ऐसे जातक की अकाल मृत्यु तक हो जाती है।
क्रॉस का निशान सूर्य पर्वत पर हो तो जातक हमेशा बदनामी का पात्र बना रहता है। ऐसे जातक को कारोबार में घाटा होता है।
किसी जातक के गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो उसे सभी तरह का सुख मिलता है। शिक्षित एवं धनी कुल का जीवनसाथी मिलता है।
बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो ऐसे जातकों से हमेशा दूर रहना चाहिए। ऐसे लोग धोखेबाज, ठग और झूठ बोलने वाले होते हैं।
जातक के केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो उसकी शिक्षा किसी पारिवारिक समस्या के चलते नहीं हो पाती।
मंगल पर्वत पर क्रॉस का चिह्न दिखे तो जातक लड़ाई-झगड़ा करने में विश्वास रखता है। ऐसे लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं।
राहु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न जातक को यौवनकाल में दुख देता है। इस तरह के जातक चेचक रोग के शिकार होते हैं।
यदि जातक की हृदय रेखा पर क्रॉस का चिह्न हो तो जातक को दिल की बीमारी का खतरा रहता है।
जातक की जीवन रेखा पर क्रॉस का निशान है तो वह मृत्युतुल्य कष्ट भोगता है।